स्टीफन हॉकिंग के भगवान के बारे में विचार | Stephen Hawking's thoughts about God Hindi | Is god exists Hindi -
Stephen Hawking's thoughts about God -
असाली सावल ये है की क्या हम बिगबैंग के लिए पुरी तरह से ईश्वर की जुर्रत है | मै किसि की आस्था को ठेस नहीं पहुंचना चाहता | लेकिन मुझे लगता है की विज्ञानं किसी अलौकिक सृष्टिकर्ता के अस्तित्व से ज्यादा बेहतर कारण बता सकता है | व्याख्या और प्रभाव के सिद्धांत की एक अजीब बात की वजह से मुमकिन हो पाये हमारे रोज मर्रा के अनुभव हमें यकीन दिलाते हैं की जो कुछ भी होता है वह अतीत में पहले हुई किसी घटना की वजह से होता है, iइसलिए हमारे लिए यह मान लेना स्वाभाविक है कि वह चीज यानि शायद ईश्वर के कारण ही ब्रह्माण्ड अस्तित्व में आया होगा लेकिन जब हम पुरे ब्रह्माण्ड की बात करते हैं तो उसे जरुरी नहीं लगता मैं इसे समझ सकता हूँ आप किसी पहाड़ी की पेर बहती नदी की कल्पना कीजिये यह नदी कहाँ से पैदा हुई शायद बारिश से बनी हुई लेकिन बारिश कहाँ से हुई इसका एक अच्छा जवाब है सूर्य समुद्र पर चमकते धूप ने पानी की भाप को आसमान में पहुँचाया जिस से बादलों का निर्माण हुआ ठीक है तो सूर्य तो चमकता है सूरज में हाइड्रोजन से हीलियम बनाने की प्रक्रिया होती है |अब तक तो ठीक है आखिर हाइड्रोजन कहाँ से आई इसका जवाब है लेकिन लेकिन पुज़्ज़ाल है अच्छी बात है प्रकृति के नियम हमें बताते हैं किन सिर्फ ब्राह्मण प्रोटोन की तरह अस्तित्व में आया होगा और इससे किसी ऊर्जा की भी जरुरत नहीं पड़ी होगी बल्कि यह भी मुमकिन है कि बिग-बंग भी बिना किसी वजह के हुई हो बिना किसी वजह के | यह व्याख्या आइंस्टीन के सिद्धांत और ब्रह्माण्ड में अंतरिक्ष और समय के बुनियादी रूप से एक दूसरे से जुड़े होने कीउनकी अवधारणा पर आधारित है बिगबैंग के समय एक कमाल की बात हुई थी उसे पल समय का जन्म हुआ था सर घुमा देने वाले i
Is god exists Hindi - इस विचार को समझने के लिए अंतरिक्ष में घूम रहे ब्लैकहोल पर एक बार घुर कीजिये एक आम ब्लैकहोल ऐसे में एक तारा होता है जो अपने आप को ही निगलता है ,कैसे होता है किसी देखने के लिए उसकी ओर खींच रही थी एक घडी की कल्पना कीजिये घडी ब्लैक होल के जितना करीब पहुँच जाती है वह कितनी धीमी होती जाती है अगर हम ये मान लें की घडी ब्लैक होल के जबरदस्त गुरुत्वाकर्षण में रहकर समय रुक जायेगा सलामत रही भी बिलकुल ख़राब होने की वजह से नहीं रुकेगी बल्कि इसका कारण ही है की ब्लैक उनके पीछे समय का अस्तित्व ही नहीं है और ब्रह्माण्ड की शुरुआत के समय भी बिलकुल यही हुआ होगा ब्रह्माण्ड की शुरुआत में समय द्वारा लिखी गई भूमिका मेरी समझ में किसी बड़े डिज़ाइनर की जरुरत को ख़ारिज करने और यह उजागर करने में अंतिम महत्वपूर्ण चीज है की ब्राह्मण एंड अस्तित्व में कैसे हम देखते हैं कि ब्राह्मण लगातार छोटा होता ज्यादा हैअम देखते हैं कि ब्राह्मण लगातार छोटा होता है |,लगातार छोटा होता जाता है और आख़िरकार या कुछ बिंदु तक बहुत ज्यादा है जहाँ पूरा ब्रह्माण्ड इतने छोटे से स्थान में था की यह एक बहुत सुख में और बहुत सगर ब्लैक होल के रूप में था और आज अंतरिक्ष में तैयार रहे ब्लैक होल्स की तरह की प्रकृति के नियम भी कुछ असाधारण करने को कहते हैं वह हमें बता दे हैं की यहाँ समय को भी हम जाना चाहिए आप बिग बैंग से पहले किस समय में नहीं जा सकते क्यूंकि उससे पहले कोई समय था ही नहीं आख़िरकार हमें एक ऐसी चीज मिल गई है जिसकी कोई वजह नहीं है क्यूंकि किसी कारण के अस्तित्व के लिए कोई समय ही नहीं था मेरे लिए इसका अर्थ है की किसी सृष्टिकर्ता की कोई सम्भावना नहीं है क्यूंकि किसी सृष्टिकर्ता के होने का कोई समय ही नहीं है समय खुद बिगबैंग के साथ ही शुरू हुआ इसलिए यह ऐसी घटना थी जो किसी ताकत यह चीज के द्वारा नहीं हो सकती थी हमें उनके बारे में अन्धविश्वास ज्यादा पढ़ने की जरुरत नहीं है क्यूंकि ब्राह्मणों उनके बिना भी बिलकुल सही तरीके से काम करता है
अंतरिक्ष में गैसों के बादल आपस में मिलकर विशाल बोलो का रूप ले लेते हैं और उन्हीं से सब कुछ होता है या गोली इतनी तेजी से जलते हैं की पूरी आसमान में रौशनी पल जाती है और वह विशाल और सुन्दर आकाशगंगा बनाते हैं जो अंतरिक्ष में विशाल भाइयों की तरह अपनी धुरी पर घूमती है यह सब कुछ अपने आप होता है और इंसानियत इंसानियत होता है जिन्हें हम समझ सकते हैं और उनका विश्लेषण भी किया जा सकता है हमने पता लगाया है कि मन और ऊर्जा पर काम कर रहे प्रकृति के नियम और किस तरहऐसी प्रक्रिया शुरू की जिससे आख़िरकार पृथ्वी पर मौजूद हम लोगों का जन्म हुआ और हमें ख़ुशी है की हम यह सब समझ पाये इसलिये जब लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या ब्रह्माण्ड को ईश्वर ने बनाया तो मैं उनसे कहता हूँ की इस सवाल का अपने आप में कोई अर्थ नहीं है बिग बैंग से पहले समय नहीं था इसलिये ईश्वर के पास ब्रह्माण्ड की रचना के लिए कोई वक़्त नहीं था यह तो पृथ्वी के छोर तक पहुँचने की दिशा पूछने जैसा है पृथ्वी एक गोला है और इसका कोई चोर नहीं है इसलिए उसकी तलाश करना बेकार है हम सब जो चाहे वह मरने के लिए आज़ाद है और मेरी राइ में सीधी साडी बात यह है कि कोई ईश्वर नहीं है ब्राह्मण को किसी ने नहीं रखा और कोई हमारी किस्मत से नहीं करता है इससे मुझे यह सब बर्दास्त एहसास होता है की कहीं कोई स्वर्ग या नरक का जीवन नहीं है हमारे पास इस ब्रह्माण्ड के जबर्दस्त डिज़ाइन को समझने के लिए बस यही एक जीवन है और उसके लिए मैं बहुत शुक्रगुजार हूँ |
धन्यवाद
Is god exists Hindi - इस विचार को समझने के लिए अंतरिक्ष में घूम रहे ब्लैकहोल पर एक बार घुर कीजिये एक आम ब्लैकहोल ऐसे में एक तारा होता है जो अपने आप को ही निगलता है ,कैसे होता है किसी देखने के लिए उसकी ओर खींच रही थी एक घडी की कल्पना कीजिये घडी ब्लैक होल के जितना करीब पहुँच जाती है वह कितनी धीमी होती जाती है अगर हम ये मान लें की घडी ब्लैक होल के जबरदस्त गुरुत्वाकर्षण में रहकर समय रुक जायेगा सलामत रही भी बिलकुल ख़राब होने की वजह से नहीं रुकेगी बल्कि इसका कारण ही है की ब्लैक उनके पीछे समय का अस्तित्व ही नहीं है और ब्रह्माण्ड की शुरुआत के समय भी बिलकुल यही हुआ होगा ब्रह्माण्ड की शुरुआत में समय द्वारा लिखी गई भूमिका मेरी समझ में किसी बड़े डिज़ाइनर की जरुरत को ख़ारिज करने और यह उजागर करने में अंतिम महत्वपूर्ण चीज है की ब्राह्मण एंड अस्तित्व में कैसे हम देखते हैं कि ब्राह्मण लगातार छोटा होता ज्यादा हैअम देखते हैं कि ब्राह्मण लगातार छोटा होता है |,लगातार छोटा होता जाता है और आख़िरकार या कुछ बिंदु तक बहुत ज्यादा है जहाँ पूरा ब्रह्माण्ड इतने छोटे से स्थान में था की यह एक बहुत सुख में और बहुत सगर ब्लैक होल के रूप में था और आज अंतरिक्ष में तैयार रहे ब्लैक होल्स की तरह की प्रकृति के नियम भी कुछ असाधारण करने को कहते हैं वह हमें बता दे हैं की यहाँ समय को भी हम जाना चाहिए आप बिग बैंग से पहले किस समय में नहीं जा सकते क्यूंकि उससे पहले कोई समय था ही नहीं आख़िरकार हमें एक ऐसी चीज मिल गई है जिसकी कोई वजह नहीं है क्यूंकि किसी कारण के अस्तित्व के लिए कोई समय ही नहीं था मेरे लिए इसका अर्थ है की किसी सृष्टिकर्ता की कोई सम्भावना नहीं है क्यूंकि किसी सृष्टिकर्ता के होने का कोई समय ही नहीं है समय खुद बिगबैंग के साथ ही शुरू हुआ इसलिए यह ऐसी घटना थी जो किसी ताकत यह चीज के द्वारा नहीं हो सकती थी हमें उनके बारे में अन्धविश्वास ज्यादा पढ़ने की जरुरत नहीं है क्यूंकि ब्राह्मणों उनके बिना भी बिलकुल सही तरीके से काम करता है
अंतरिक्ष में गैसों के बादल आपस में मिलकर विशाल बोलो का रूप ले लेते हैं और उन्हीं से सब कुछ होता है या गोली इतनी तेजी से जलते हैं की पूरी आसमान में रौशनी पल जाती है और वह विशाल और सुन्दर आकाशगंगा बनाते हैं जो अंतरिक्ष में विशाल भाइयों की तरह अपनी धुरी पर घूमती है यह सब कुछ अपने आप होता है और इंसानियत इंसानियत होता है जिन्हें हम समझ सकते हैं और उनका विश्लेषण भी किया जा सकता है हमने पता लगाया है कि मन और ऊर्जा पर काम कर रहे प्रकृति के नियम और किस तरहऐसी प्रक्रिया शुरू की जिससे आख़िरकार पृथ्वी पर मौजूद हम लोगों का जन्म हुआ और हमें ख़ुशी है की हम यह सब समझ पाये इसलिये जब लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या ब्रह्माण्ड को ईश्वर ने बनाया तो मैं उनसे कहता हूँ की इस सवाल का अपने आप में कोई अर्थ नहीं है बिग बैंग से पहले समय नहीं था इसलिये ईश्वर के पास ब्रह्माण्ड की रचना के लिए कोई वक़्त नहीं था यह तो पृथ्वी के छोर तक पहुँचने की दिशा पूछने जैसा है पृथ्वी एक गोला है और इसका कोई चोर नहीं है इसलिए उसकी तलाश करना बेकार है हम सब जो चाहे वह मरने के लिए आज़ाद है और मेरी राइ में सीधी साडी बात यह है कि कोई ईश्वर नहीं है ब्राह्मण को किसी ने नहीं रखा और कोई हमारी किस्मत से नहीं करता है इससे मुझे यह सब बर्दास्त एहसास होता है की कहीं कोई स्वर्ग या नरक का जीवन नहीं है हमारे पास इस ब्रह्माण्ड के जबर्दस्त डिज़ाइन को समझने के लिए बस यही एक जीवन है और उसके लिए मैं बहुत शुक्रगुजार हूँ |
धन्यवाद
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